Prayagraj Mahakumbh 2025 : 12 किमी पैदल चल कड़ाके की ठंड में डुबकी लगा रहे श्रद्धालु, पहले दिन 01 करोड़ करेंगे स्नान
- Mahakumbh में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
- वाहनों की एंट्री बंद, 12 किमी पैदल चलकर पहुंच रहे श्रद्धालु
- PM Modi, CM Yogi सहित देशभर के नेताओं ने शुभकामनाएं दी
- पहले दिन डुबकी लगाने वालों में बड़ी तादाद में विदेशी श्रद्धालु भी शामिल
RNE Network, Prayagraj.
हाड़ कंपाती ठंड में लाखों लोग बर्फ जैसे त्रिवेणी संगम के पानी में उतर गए। हजारों कंठों से फूटे “हर-हर महादेव” “जय श्री राम” जैसे उद्घोष। जहां तक नजर जाती है वहां तक संगम तट की ओर बढ़ रहे श्रद्धालुओं का सैलाब नजर आ रहा है। स्थिति यह है कि इस स्नान स्थल तक पहुंचे से 12 किमी दूर वाहनों को रोक दिया गया। वहीं से यात्रियों के पैदल जत्थे चल रहे हैं। महाकुंभ में तड़के शुरू हुए पौष पूर्णिमा के पहले स्नान में सुबह 10 बजे तक लगभग 70 लाख लोगों के डुबकी लगा लेने का अनुमान है। अंदाजा लगाया जाता है कि पहले दिन लगभग एक करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में डुबकी लगाएंगे।
आज से कल्पवास शुरू :
दरअसल आज पौष पूर्णिमा है। इस दिन स्नान का खास महत्व होता है। आज से ही कल्पवास शुरू होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पौष पूर्णिमा पड़ती है। यह पौष मास की शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि का नाम है। इस दिन पूर्ण चंद्र दिखाई देता है इसलिए पूर्णिमा की पवित्र तिथि होती है। इस दिन सूर्य एवं चंद्र की पूजा एवं आराधना तथा गंगा में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। पौष पूर्णिमा से ही कल्पवास का प्रारम्भ होता है। इस दिन कल्पवास का संकल्प लिया जाता है, जो माघी पूर्णिमा तक एक महीने की कठिन आध्यात्मिक तप तथा श्रद्धा को प्रदर्शित करता है।
कल मकर संक्रांति पर शाही स्नान :
कल 14 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर महाकुंभ का शाही स्नान होगा। नियमानुसार हर अखाड़े को 13 साल बाद सबसे पहले शाही स्नान का अवसर मिलता है। इस लिहाज से इस बार जूना अखाड़ा सबसे पहले शाही स्नान करेगा। इसके बाद एक-एक कर सभी अखाड़े स्नान करेंगे।
हिंदू पंचांग के अनुसार जब भगवान सूर्य धनु राशि का भ्रमण पूरा करके मकर राशि में प्रवेश करते हैं उस काल को मकर संक्रांति कहा जाता है। इसी दिन से सूर्य उत्तरायण होते है तथा दिन बड़े होने लगते हैं। यह मान्यता है कि इस दिन पवित्र जल में स्नान करने, पूजा-पाठ, यज्ञ तथा तिल, घी, गुड़ और खिचड़ी का दान-दक्षिणा देने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ के पहले स्नान के मौके पर बधाई और शुभकामना संदेश दिया। मोदी ने “X” पर लिखा “पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं। भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है।”
CM Yogi ने फोटो शेयर किए, बधाई दी :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी महाकुंभ के पहले स्नान के मौके पर बधाई और शुभकामना संदेश दिया। योगी ने “X” पर लिखा “पौष पूर्णिमा की बधाई। जहां संस्कृतियों का संगम भी है, श्रद्धा और समरसता का समागम भी है। ‘अनेकता में एकता’ का संदेश देता महाकुम्भ-2025, प्रयागराज मानवता के कल्याण के साथ ही सनातन से साक्षात्कार करा रहा है।विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ’ का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है।अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। माँ गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें।महाकुम्भ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व।”
ये हैं महकुंभ में स्नान के कुछ खास दिन :
- पौष पूर्णिमा : 13 जनवरी 2025
- मकर संक्रांति : 14 जनवरी 2025
- मौनी अमावस्या : 29 जनवरी 2025
- वसन्त पञ्चमी : 03 फरवरी 2025
- माघी पूर्णिमा : 12 फरवरी 2025
- महा शिवरात्रि : 26 फरवरी 2025